लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस अवसर पर भी उपस्थित थे।
गीता ज्ञान संस्थान में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत खट्टर ने कहा कि गीता से संबंधित किताबें पांचवीं और सातवीं कक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को गीता के सार को अपने जीवन में उतारना चाहिए क्योंकि पवित्र ग्रंथ का संदेश न केवल अर्जुन के लिए बल्कि हम सभी के लिए दिया गया था।
खट्टर ने कहा कि वार्षिक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के पैमाने को बढ़ाने के लिए अगले साल से एक गीता जयंती समिति का गठन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ज्योतिसर के ‘गीतास्थली’ में दो एकड़ भूमि पर 205 करोड़ रुपये की लागत से महाभारत-थीम वाला संग्रहालय बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस भवन में श्रीमद्भगवद्गीता, पौराणिक सरस्वती नदी और वैदिक सभ्यता को मल्टीमीडिया सिस्टम के माध्यम से दर्शाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि रामलीला की तर्ज पर अगले वर्ष से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान कृष्ण उत्सव का भी आयोजन किया जाएगा।
लगभग छह दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं को झांकी के माध्यम से दिखाया जाएगा, उन्होंने कहा कि लाइट एंड साउंड शो भी होगा।
उन्होंने कहा कि भगवद गीता देश के स्वतंत्रता सेनानियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।